विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में अपने अत्याधुनिक अनुसंधान एवं विकास ज्ञानाधार के लिए ज्ञात वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) समसामयिक अनुसंधान एवं विकास संगठन है । संपूर्ण भारत में मौजूदगी के चलते सीएसआईआर का 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 39 दूरस्थ केन्द्रों, 1 नवोन्मेषी कॉम्प्लेक्स और तीन यूनिटों का एक डायनामिक नेटवर्क है ।
सीएसआईआर की अनुसंधान एवं विकास सुविज्ञता तथा अनुभव लगभग 3521 सक्रिय वैज्ञानिकों में सन्निहित हैं जिन्हें 31 मार्च 2022 तक लगभग 4162 तकनीकी एवं सहायक कार्मिकों की सहायता प्राप्त है ।
सीएसआईआर महासागर विज्ञान, भूभौतिकी, रसायन, औषध, जीनोमिकी, जैवप्रौद्योगिकी और नैनोप्रौद्योगिकी से लेकर खनन, वैमानिकी, उपकरणन, पर्यावरणीय इंजीनियरी तथा सूचना प्रौद्योगिकी तक के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के व्यापक विषयों व क्षेत्रों में कार्य कर रहा है । यह सामाजिक प्रयासों से जुड़े अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकीय अंतराक्षेप उपलब्ध कराता है जिसमें पर्यावरण, स्वास्थ्य, पेयजल, खाद्य, आवास, ऊर्जा, कृषि एवं गैर-कृषि क्षेत्र शामिल हैं । इसके अतिरिक्त, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मानव संसाधन विकास में सीएसआईआर की भूमिका उल्लेखनीय है ।
भारत के बौद्धिक संपदा आंदोलन का पथ प्रदर्शक सीएसआईआर वर्तमान में प्रौद्योगिकी के चयनित क्षेत्रों में देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व दिलवाने के लिए अपने पेटेंट पोर्टफोलियो को सुदृढ़ कर रहा है । सीएसआईआऱ ने वर्ष 2021-22 के दौरान लगभग 229 भारतीय पेटेंट और 202 विदेशी पेटेंट फाइल किए । सीएसआईआर के पास 1,132 अद्वितीय पेटेंट का पेटेंट पोर्टफोलियो है जिनमें से 140 पेटेंट वाणिज्यीकृत किए गए हैं । सीएसआईआर के पास विदेश के कई देशों में प्रदत्त 2,587 प्रचलित पेटेंट भी हैं । विश्व स्तर पर सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित अनुसंधान संगठनों में अपने समकक्षों के बीच, सीएसआईआर विश्व भर में पेटेंट फाइल करने और हासिल करने में अग्रणी है ।
सीएसआईआर ने अत्याधुनिक विज्ञान और उन्नत ज्ञान के क्षेत्रों में अग्रणी कार्य किया है । वर्ष 2021 में, सीएसआईआर ने प्रति शोधपत्र 5.401 के औसत प्रभावांक सहित एससीआई जर्नलों में लगभग 5769 शोधपत्र प्रकाशित किए हैं ।
सीएसआईआर ने उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए वांछित मिकेनिज्म को प्रचालनीकृत किया है, जिससे नए आर्थिक क्षेत्रों के विकास को मजबूत करते हुए मूल और डिसरप्टिव नवोन्मेषों के सृजन और वाणिज्यीकरण में वृद्धि हो सकती है ।
सीएसआईआर ने "आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए संधारणीय समाधान और क्षमता निर्माण विकसित कर नवोन्मेषी विज्ञान और प्रौद्योगिकी, वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी आरएंडडी के माध्यम से भारत के नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि" से संबंधित सीएसआईआर @ 2030 के दृष्टिकोण की परिकल्पना की है । सीएसआईआर का यह विज़न भारत सरकार के अगले 25 वर्षों के 'अमृत काल' के विज़न से जुड़ा है जब स्वतंत्र भारत के 100 वर्ष हो जाएंगे ।
शिमागो इंस्टिट्यूशंस रैंकिंग वर्ल्ड रिपोर्ट 2021 के अनुसार, सीएसआईआऱ 1587 सरकारी संस्थानों में 37 वें स्थान पर है और विश्व के शीर्ष 100 सरकारी संस्थानों में एकमात्र भारतीय संगठन है । सीएसआईआऱ का एशिया में 7वां स्थान है और देश में पहला स्थान बना हुआ है ।
सीएसआईआर के बारे में - पुरालेख
सीएसआईआर की विवरणिका(अभिलेखीय) (4.76MB)